नयी दिल्ली: इस महिला दिवस पर सास बिना ससुराल की अभिनेत्री ऐश्वर्या सखूजा आज के समय में महिलाओं के उत्थान के विचार पर प्रकाश डालती हैं।
ऐश्वर्या ने साझा किया, “हम उस बिंदु पर पहुंच गए हैं जहां एक पुरुष और एक महिला के बीच अंतर नहीं होना चाहिए। ऐसा नहीं है कि महिलाएं महिलाओं को नीचे ला रही हैं, या पुरुष पुरुषों को अपने आप नीचे ला रहे हैं। यह केकड़ा मानसिकता हमारे देश में मौजूद है, इसलिए यह पुरुष महिलाओं को नीचे खींच रहे हैं या महिलाएं पुरुषों को नीचे खींच रही हैं। मुझे लगता है कि कम से कम जब शीर्ष पर चढ़ने की बात आती है तो यह बराबरी की लड़ाई बन जाती है।”
“तो आइए दूसरी महिलाओं को नीचा दिखाने के लिए महिलाओं को दोष न दें और हां उस तरह का भाईचारा मौजूद होना चाहिए जहां हम एक-दूसरे के लिए खड़े हों और हम एक-दूसरे की आवाज बनें, खासकर सोशल मीडिया के माध्यम से जो अब हमारे हाथों में इतना बड़ा उपकरण बन गया है।” ऐश्वर्या
ऐश्वर्या आगे विस्तार से बताती हैं, “मुझे लगता है कि अगर हम किसी भी प्रकार की असमानता को देखते हैं जो हमारे देश में ही नहीं दुनिया में प्रमुख है तो हम एक दूसरे के उत्थान के लिए इसका बेहतर तरीके से उपयोग कर सकते हैं। हमें एक दूसरे के लिए बोलना चाहिए लेकिन यह जरूरी नहीं है कि महिलाएं ही दूसरी महिलाओं को नीचे खींचती हैं।” ऐश्वर्या ने निष्कर्ष निकाला।