समा टीवी की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा है कि कराची विश्वविद्यालय में चीनी शिक्षकों पर हमले को परिवार पर हमला माना जाएगा। वह पिछले महीने कराची विश्वविद्यालय के कन्फ्यूशियस संस्थान में आत्मघाती हमले में मारे गए चीनी शिक्षकों के लिए आयोजित शोक संदेश को संबोधित कर रहे थे। एक महिला आत्मघाती हमलावर ने चीनी शिक्षकों को ले जा रही वैन को निशाना बनाकर किए गए बम विस्फोट में संस्थान के निदेशक समेत तीन चीनी नागरिकों समेत चार लोगों की मौत हो गई।
जरदारी ने मारे गए चीनी शिक्षकों की तुलना अपनी बहनों असीफा और बख्तावर से की। “मैं पाकिस्तानी लोगों को बताना चाहूंगा कि सुश्री चान, जो पाकिस्तानियों को चीनी भाषा सिखा रही थीं, का जन्म 1994 में हुआ था। मेरी बहन, असीफ़ा का जन्म 1993 में हुआ था। सुश्री डिंग, जो यहां पढ़ाने के लिए भी थीं, का जन्म 1990 में हुआ था। जरदारी ने कहा, मेरी बहन बख्तावर का जन्म 1990 में हुआ था। जरा सोचिए, ये लोग यहां कमाने, हमारे लोगों को पढ़ाने, हमारे लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए घर छोड़कर आए थे।’ इन लोगों पर ही, यह पाक-चीन की दोस्ती पर हमला है।
समा टीवी की रिपोर्ट के अनुसार, “अब यह हर पाकिस्तानी की जिम्मेदारी है कि हम इस मुद्दे को ऐसे आगे बढ़ाएं जैसे हमारे अपने भाइयों और बहनों पर हमला किया गया हो।”