नई दिल्ली: भारत ने यूनाइटेड किंगडम को यह स्पष्ट कर दिया है कि ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन (बीबीसी) सहित देश में संचालित सभी संस्थाओं के लिए भारतीय कानूनों और विनियमों का अनुपालन अनिवार्य है। यह ब्रिटेन के विदेश सचिव जेम्स चतुराई से बुधवार को दिल्ली में भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ एक बैठक के दौरान बीबीसी के कर दायित्वों के मुद्दे को उठाने के बाद आया है। सूत्रों के अनुसार, बैठक के दौरान, जयशंकर ने “दृढ़ता से” चतुराई से कहा कि “भारत में काम करने वाली सभी संस्थाओं को प्रासंगिक कानूनों और नियमों का पूरी तरह से पालन करना चाहिए।”
आयकर विभाग ने फरवरी में दिल्ली और मुंबई में बीबीसी कार्यालयों में कर सर्वेक्षण किया। वित्त मंत्रालय के बयान के अनुसार, आईटी विभाग ने संगठन के संचालन से संबंधित ‘महत्वपूर्ण साक्ष्य’ एकत्र किए, जो “संकेत देते हैं कि कुछ प्रेषणों पर कर का भुगतान नहीं किया गया है” जिन्हें “विदेशी संस्थाओं द्वारा भारत में आय के रूप में प्रकट नहीं किया गया है” समूह।” यूके की संसद के दौरान चर्चा के दौरान भारतीय कार्रवाई भी सामने आई।
यह भी पढ़ें: ‘बिना किसी डर या पक्षपात के…’: 60 घंटे के लंबे टैक्स-सर्वे के खत्म होने के बाद बीबीसी ने कहा कि वह सहकर्मियों, पत्रकारों के साथ है
बयान के मुताबिक, सर्वे के दौरान ट्रांसफर प्राइसिंग डॉक्युमेंटेशन के संबंध में कई विसंगतियां और विसंगतियां पाई गईं। इसमें यह भी कहा गया है कि बीबीसी समूह की विभिन्न संस्थाओं द्वारा दिखाई गई आय और लाभ भारत में उनके संचालन के पैमाने के अनुरूप नहीं हैं।
सुबह की शुरुआत विदेश सचिव के साथ द्विपक्षीय बैठक के साथ हुई @JamesCleverly यूके का।
हमारी पिछली चर्चा के बाद से हमारे संबंधों में हुई प्रगति की समीक्षा की। विशेष रूप से युवा पेशेवर योजना के प्रारंभ पर ध्यान दिया गया। pic.twitter.com/R3aUvX1U4Z– डॉ. एस जयशंकर (@DrSJaishankar) 1 मार्च, 2023
सर्वेक्षण 14 फरवरी को दिल्ली और मुंबई में बीबीसी कार्यालयों में शुरू किया गया था और गुरुवार की रात लगभग 60 घंटों के बाद समाप्त हो गया।
गौरतलब है कि बीबीसी द्वारा प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी पर एक वृत्तचित्र – ‘इंडिया: द मोदी क्वेश्चन’ जारी करने के कुछ सप्ताह बाद आईटी सर्वेक्षण आया था, जिससे विवाद हुआ था। पीएम मोदी पर बीबीसी की विवादित डॉक्यूमेंट्री
सुप्रीम कोर्ट ने 3 फरवरी को केंद्र सरकार को बीबीसी डॉक्यूमेंट्री को ब्लॉक करने के अपने फैसले से संबंधित मूल रिकॉर्ड पेश करने का निर्देश दिया था।