रक्षा बल ने मंगलवार को ट्वीट किया, भारतीय नौसेना ने मंगलवार को फ्रंटलाइन युद्धपोत आईएनएस विशाखापत्तनम से मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (एमआरएसएएम) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया।
अधिकारियों के अनुसार, परीक्षण फायरिंग ने अब हथियार को जहाज-रोधी मिसाइल के रूप में संलग्न करने की क्षमता को मान्य कर दिया है।
भारतीय नौसेना के अनुसार, एमआरएसएएम का उत्पादन रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (डीआरडीओ) के साथ राज्य द्वारा संचालित भारत डायनेमिक्स लिमिटेड में किया गया है, जो नौसेना ने कहा, आत्मनिर्भर भारत (डील्फ-रिलायंट इंडिया) के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
#भारतीयनौसेना से सफलतापूर्वक एमआरएसएएम फायरिंग की #INSविशाखापत्तनम एंटी शिप मिसाइलों को संलग्न करने की क्षमता को मान्य करना।
MRSAM द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया @DRDO_India और #आईएआईऔर पर उत्पादित #बीडीएल दर्शाता #भारतीयनौसेनाके प्रति प्रतिबद्धता #AatmaNirbharBharat.@DefenceMinIndia @PMOIndia pic.twitter.com/I8LwCV2WWH— प्रवक्तानवी (@indiannavy) 7 मार्च, 2023