नई दिल्ली: दिसंबर 2022 के लिए भारत की थोक मूल्य सूचकांक आधारित (WPI) मुद्रास्फीति खाद्य और कच्चे तेल के साथ-साथ पेट्रोलियम की कीमतों में गिरावट के कारण लगभग दो साल के निचले स्तर 4.95 प्रतिशत पर आ गई। नवंबर 2022 में WPI आधारित महंगाई दर 5.85 फीसदी थी।
केंद्रीय वाणिज्य मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है, “खाद्य पदार्थों, खनिज तेलों, कच्चे पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, खाद्य उत्पादों, वस्त्रों और रसायनों और रासायनिक उत्पादों की कीमतों में गिरावट ने थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति में गिरावट में योगदान दिया है।” WPI मुद्रास्फीति फरवरी 2021 के बाद पहली बार 5 प्रतिशत से नीचे फिसल गई, जब यह 4.83 प्रतिशत थी।