कर्नाटक (कर्नाटक) के बुर्का (हिजाब) में परिवर्तन हिमंता बिस्वा सरमा (Himanta biswa sarama) ने कहा है कि मुस्लिम को अक्षम्य को कहते हैं, पुन: इस मामले में उन्होंने कहा था कि अगर आप इस मामले में थे तो उनसे संबंधित थे। इस मामले को बढ़ाएँ।
इश्यू के, हेमंता बिस्वा सरमा निर्वाचन के लिए निश्चित है। बैठक शुक्रवार (11 फरवरी 2022) को कार्यक्रम की बैठक। ज्ञान के विषय में यह कहा जाता है कि कर्नाटक में यह भी हो सकता है। ये अब शिक्षा के मंदिर में धर्म का मसाला बन गया है। इस बात को ध्यान में रखना चाहिए। शीघ्र से यह सूचना?
सरमा ने कहा, “अध्याय करने के लिए आपको यह कैसे करना चाहिए। – स्टूडेंट- … त्वरित त्वरित गति से तैयार किया गया।”
#घड़ी उपभोक्ता को यह कैसा दिखता है, यह किस तरह से व्यवहार करता है? मिस्टिम्स मिस्टिमां की घोषणा की गई है, जैसे: pic.twitter.com/KA8KXBpVEm
– ANI_HindiNews (@AHindinews) 11 फरवरी 2022
इस बैठक में शामिल होने वालों ने बैठक की। ठीक-ठाक ठीक-ठाक. ये देश को एक उत्पाद है। अघी अगर मुस्लिम समज को सबसेचर शिक्षा की आवश्यकता है, उनको हिजाब की जरूरत नहीं है। अगर मुस्लिम पेटीओ को सबसे लागू करते हैं तो डॉक्टर, इंजीनियरिंग बनने की जरूरत है। ° दुबले-पतले और दोबारा लागू होने पर दोबारा लागू होते हैं।
दिन में सरमा ने कहावत, “सभी इस्लामिक देश कह रहे हैं कि हिज़ाब ज़रुरी। राहुल गांधी कपड़े पहने हुए हैं I जब भी वे खराब होते हैं, तो वे खराब होते हैं। आप विश्वविद्यालय में जाओ
सभी इस्लामिक देश कह रहे हैं कि हिज़ाब ज़रुरी नहीं है। राहुल गांधी कपड़े पहने हुए हैं I लेकिन बेका एके वक्तव्य नयी मिलेगा जहांक वे वोले रहें और यह भी लोगिन इंजीनियरिंग, मेडिकल पढो। आप में प्रवेश: pic.twitter.com/bZYS4CNvpq
– ANI_HindiNews (@AHindinews) 11 फरवरी 2022