नयी दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पश्चिम बंगाल में विभिन्न सरकारी स्कूलों में शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों की भर्ती में करोड़ों रुपये के घोटाले की आय का एक बड़ा हिस्सा टॉलीवुड फिल्म उद्योग में निवेश किया था, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने विशेष रोकथाम को बताया। मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) कोर्ट ने शुक्रवार को यहां…
ईडी के वकील फिरोज एडुल्जी ने अदालत को बताया कि तृणमूल कांग्रेस के निष्कासित और गिरफ्तार नेता कुंतल घोष के दो बैंक खातों से कई टॉलीवुड अभिनेताओं और अभिनेत्रियों को 6.50 करोड़ रुपये की राशि स्थानांतरित की गई थी।
ऐसे ही एक टॉलीवुड अभिनेता, बोनी सेनगुप्ता उर्फ अनुपिरियो सेनगुप्ता ने एक वाहन खरीदने के लिए घोष से 40 लाख रुपये लेने की बात स्वीकार की थी और गुरुवार की देर शाम वह वह राशि पहले ही ईडी को लौटा चुके थे।
हालांकि, घोष से पैसा पाने वाले किसी अन्य अभिनेता या अभिनेत्री ने इस मामले में अपनी बात नहीं रखी है। सूत्रों ने कहा कि केंद्रीय एजेंसी के अधिकारी आने वाले दिनों में उन्हें पूछताछ के लिए तलब करेंगे।
ईडी के वकील ने कहा कि इतनी बड़ी रकम के स्रोत के बारे में बार-बार पूछने के बावजूद घोष इस मामले में कोई निश्चित जवाब नहीं दे पाए।
यहां तक कि विशेष अदालत के न्यायाधीश को भी घोष के वकील को यह कहते हुए सुना गया कि उनके मुवक्किल को अपने बैंक खाते में बेहिसाब धन के स्रोतों का खुलासा करना चाहिए। न्यायाधीश ने कहा, “अगर कोई अवैध तरीकों से 5 करोड़ रुपये कमाता है और फिर 2 करोड़ रुपये पर कर चुकाता है, तो पूरा पैसा वैध नहीं हो जाता है।”
इस बीच, ईडी ने घोष के 10 बैंक खातों और एक अन्य निष्कासित और गिरफ्तार युवा तृणमूल नेता शांतनु बंदोपाध्याय के 15 बैंक खातों को पहले ही फ्रीज कर दिया है, जहां से कई करोड़ रुपये के लेनदेन का ईडी के अधिकारियों ने पता लगाया था।
दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद विशेष अदालत ने अंततः घोष की न्यायिक हिरासत 30 मार्च तक बढ़ा दी।