
विमान निर्माता बोइंग ने नए अरबों डॉलर के नुकसान की घोषणा की है। कंपनी ने इसके लिए कई कारण बताए, जिनमें पिछले शरद ऋतु में कर्मचारियों की हड़ताल, नए वेतन समझौते के कारण बढ़ी लागत, नए टैंकर विमान और अगली “एयर फोर्स वन” परियोजना में आ रही दिक्कतें शामिल हैं।
1.1 अरब डॉलर का यात्री विमान क्षेत्र पर प्रभाव
यात्री विमानों की श्रेणी में, बोइंग ने कर-पूर्व घाटा 1.1 अरब डॉलर (करीब 1.06 अरब यूरो) का बताया है। इसके अलावा, रक्षा क्षेत्र में 1.7 अरब डॉलर का अतिरिक्त घाटा हुआ है। यह ध्यान देने योग्य है कि अक्टूबर में कंपनी ने लगभग पांच अरब डॉलर की कटौती पहले ही दर्ज कर ली थी।
शेयरधारकों के लिए बड़ा झटका
हाल ही में बोइंग ने पिछले तिमाही के कुछ आंकड़े साझा किए, जिससे यह साफ हो गया कि स्थिति चिंताजनक है। कंपनी ने प्रति शेयर 5.46 डॉलर का नुकसान दर्ज किया है, जबकि विश्लेषकों ने अनुमान लगाया था कि यह आंकड़ा लगभग 4 डॉलर बेहतर होगा। मंगलवार को बोइंग अपनी पूरी तिमाही रिपोर्ट पेश करेगा।
लंबी दूरी के विमानों और हड़ताल का असर
बोइंग के मुताबिक, लंबी दूरी के नए विमान 777 की अगली पीढ़ी के विकास में श्रम लागत बढ़ने से 900 मिलियन डॉलर का असर पड़ा है। इसके साथ ही, हड़ताल के कारण मॉडल 767 की डिलीवरी में कमी आई।
सात हफ्तों तक चली हड़ताल का प्रभाव
पिछले शरद ऋतु में अमेरिका के उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में बोइंग के कर्मचारियों ने लगभग सात सप्ताह तक काम बंद रखा। इस हड़ताल का मुख्य उद्देश्य बेहतर वेतन समझौता था, जिसके तहत चार साल में 38% वेतन वृद्धि को मंजूरी मिली।
कंपनी के लिए यह दौर कठिन साबित हो रहा है, और निवेशकों को अगली तिमाही में भी सकारात्मक परिणामों की उम्मीद कम ही है।